Sunday, 26 June 2016

इश्क वो नहीं जो तुझे मेरा कर दे.....
इश्क वो है जो तुझे किसी और का ना होने दे.....

 "जीत की खातिर बस जूनून चाहिए " 
 "जिसमे उबाल हो ऐसा खून चाहिए " 
 "ये आसमां भी आयेगा जमी पर " 
 "बस इरादों में जीत की गूंज चाहिए "

यादों के झोंको से सताता ये मन
 सूनी दीवारों से टकराता आहत मन
 किताबी खतों को उलटते - पलटते
 भीगा ये खोया सा, सूना सा मन

 ‎ज़रुरत‬ तो ‪‎तेरी‬ ‎आज‬ भी ‪‎मुझे‬ वही है.....
‪पर‬ वो ‪‎कहते है‬ ना की.....
 ‪‎mahobbat‬ भी ‪ज़रूरी‬ थी.....
‪‎bichdna‬ भी ज़रूरी था..... 😊

 Thats a true..... 

झूठ हमेशा इसलिए "बिक" जाता है, क्योंकि.....
"सच" को खरीदने की सबकी "औकात" नहीं होती.....

सफर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो, नजर वहीं तक है जहाँ तक तुम हो, हजारों फूल देखे हैं इस गुलशन में मगर, खुशबू वहीं तक है जहाँ तक तुम हो।

ना चाहो इतना हमे चहोतों से डर लगता है,
 ना आओ इतना करीब जुदाई से डर लगता है,
 तुम्हारी वफाओं पे भरोसा है,
 मगर अपने नसीब से डर लगता है
 भूलना चाहो तो भी याद हमारी आएगी,
 दिल की गहराई मे हमारी तस्वीर बस जाएगी.
 ढूढ़ने चले हो हमसे बेहतर दोस्त,
 तलाश हमसे शुरू होकर हम पे ही ख़त्म हो जाएगी.

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