Sunday, 26 June 2016

तुम्हे अपने दिल में रखा था
जरा हमारा दिल ही रख लेते

 ख्वाहिश भले छोटी सी हो लेकिन,
उसे पूरा करने के लिए “दिल” ज़िद्दी सा होना चाहिए..

 अनपढ़ सी
हूँ मैं !!
तेरे सिवा
कुछ नहीं आता .....
कहीं फिसल ना जाओ
ज़रासंभल के रहना...!!
मौसम बारिश का भी है
और
मुहब्बत का भी....!!!

🌸
हम भी दरिया है
हमें अपना हुनर मालुम है
जिस तरफ से निकलेंगे
रास्ता हो जाएगा..

 क़ैद ख़ानें हैं, बिन सलाख़ों के...
कुछ यूँ चर्चें हैं, तुम्हारी आँखों के...

 बहुत मजबूत हो जाते है वो लोग,
ज़िनके पास खोने को कुछ नहीं बचता..!!

दर्द कितना खुशनसीब है जिसे पा कर लोग अपनों को याद करते हैं,
दौलत कितनी बदनसीब है जिसे पा कर लोग अक्सर अपनों को भूल जाते है !!

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